मध्य प्रदेश में फिर एक बार भाजपा सरकार!
न्यूज़ चैनल के सर्वे में भाजपा को 140 और कांग्रेस को 70 सीटें
कमलनाथ ने सर्वे कराने वाले चैनल पर लगाया बिकने का आरोप...
मध्य प्रदेश की राजनीति में इन दिनों उथल-पुथल मच गई है। एक ओर जहां भाजपा के खेमें में भारी उत्साह है तो दूसरी कांग्रेस के पाले में निराशा का माहौल है। कारण है न्यूज़ चैनल आईबीसी 24 द्वारा कराए गए सर्वे के परिणाम। हाल ही में हुए इस सर्वे में मध्य प्रदेश में एक बार फिर भाजपा की सरकार बनती दिखाई दे रही है। भाजपा और कांग्रेस के बीच सीटों का अंतर भी काफी बड़ा बताया जा रहा है। भाजपा को जहां 140 के करीब दिखाया गया, वहीं कांग्रेस 70 का आंकड़ा भी पार करती नहीं दिख रही है। इस सर्वे के बाद कांग्रेस नेताओं के बयानों में भी समानता नहीं दिख रही है।
नहीं मिलते नेता प्रतिपक्ष और प्रभारी के बयान
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले हर दल, हर नेता अपनी पिच मजबूत करने की तैयारी कर रहा है। ऐसे में शायद इस सर्वे से कांग्रेसी नेताओं में थोड़ी घबराहट पैदा हो गई है। कांग्रेस को अपने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की भूमिका और चुनाव में उम्मीदवार बनाने को लेकर अभी तक असमंजस की स्थिति बनी हुई है। मध्य प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह और प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रणदीप सुरजेवाला के बयान नदी के दो किनारे दिखाई पड़ते हैं। नदी के दो किनारे साथ दिखाई तो पड़ते हैं, लेकिन वो कभी मिलते नहीं हैं।
अंतर्कलह से असमंजस में कांग्रेस
वैसे कांग्रेस में खेमेबाजी, खींचतान और अंतर्कलह कोई नई बात नहीं है, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री के चुनाव लड़ने को लेकर इतनी असमंजस की स्थिति फिलहाल इसी ओर संकेत कर रही है कि सर्वे के परिणामों से कांग्रेस सकते में है। ओपिनियन पोल में मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार को 44 प्रतिशत और कांग्रेस सरकार को 39.3 प्रतिशत मत प्राप्त हुए हैं। इस हिसाब से भाजपा लगभग 131 से 141 सीटें हासिल करने जा रही है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस को 39.3 प्रतिशत मत के हिसाब से 66 से 81 विधानसभा सीट मिलने का अनुमान है।
बिक गया है चैनल : कमलनाथ
इस सर्वे से कांग्रेस के खेमे में भारी हलचल मच गई है। सूत्रों की मानें तो सर्वे में पराजय से बौखलाए कमलनाथ ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान सर्वे कराने वाले आईबीसी 24 को बिका हुआ चैनल तक बता दिया।