चुनाव घोषणा पत्र पर भाजपा का फोकस
25 सितंबर के बाद खुलेंगी सुझाव और मांग की पेटियां, कांग्रेस का तंज, मिश्रा बोले- भाजपा सिर्फ घोषणा में माहिर
भोपाल । मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को दो महीने से भी कम का समय शेष बचा है। ऐसे में भाजपा जनता का मन टटोलने में लगी हुई है। पार्टी का पूरा फोकस चुनाव घोषणा पत्र पर है। जहां 25 सितंबर के बाद सुझाव और मांग की पेटियां खुलेगी। उसके बाद भाजपा घोषणा पत्र तैयार करेगी।
बता दें कि जन आशीर्वाद यात्राओं में प्रदेश भर से लोगों ने पत्र के जरिए अपने सुझाव दिए है। वहीं घोषणा पत्र को लेकर पूरे प्रदेश में एक पखवाड़ा तक भाजपा सुझाव लेने का विशेष अभियान चलाएगी। जिसके बाद चुनाव घोषणा पत्र समिति की बड़ी बैठक होगी। भाजपा नेता दीपक विजयवर्गीय ने बताया कि प्रदेश के सभी 8 करोड़ लोगों से सुझाव लेने का फैसला किया गया है। जनता की सभी आकांक्षाओं पर खरे उतरे हर स्तर पर सुझाव ले रहे। उन्होंने बताया कि यात्रा के समापन के साथ चुनाव घोषणा पत्र समिति का काम शुरू होगा। चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद घोषणा पत्र जारी कर दिया जाएगा।
भाजपा की घोषणा पत्र को लेकर कांग्रेस का तंज
इधर भाजपा की घोषणापत्र को लेकर कांग्रेस ने तंज कसा है। कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने कहा कि भाजपा सिर्फ घोषणा में माहिर है। उन्होंने कहा कि भाजपा खुद ही चोर, खुद ही पुलिस और खुद ही जज बन रही। अपने लोगों से पर्ची डलवा कर भाजपा को कुछ हासिल होने वाला नहीं है। मिश्रा ने कहा कि दो माह बाद भाजपा इज्जत से विदा होने की तैयारी कर रही है।