भोपाल। अयोध्या में भगवान श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां चल रही हैं। देश 22 जनवरी को भगवान राम के आगमन का उत्सव मनाने के लिए बेकरार है। भगवान श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख का विशेष महत्व है। कानपुर में गर्भवती महिलाएं चाहती हैं कि उनकी डिलीवरी 22 जनवरी को हो, ताकि उनके घर के आंगन में भी राम आएं।
भगवान श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा के दिन महिलाएं गर्भवती महिलाएं बच्चों को जन्म देना चाहती हैं। दरअसल गर्भवती महिलाओं का कहना है कि अयोध्या में भगवान श्रीराम आ रहे हैं। प्राण प्रतिष्ठा के दिन ही हम बच्चे को हम जन्म देना चाहते हैं। ताकि हमारे घर में भी भगवान का आगमन हो। हम इस दिन को हमेशा के लिए यादगार बनाना चाहते हैं।

प्राण प्रतिष्ठा के दिन कुछ ऐसी है तैयारी
भगवान श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अयोध्या में ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश में खास तैयारियां की जा रही हैं। प्राण प्रतिष्ठा के दिन भोपाल के 85 वार्डों में घरों को दीप से रोशन किया जाएगा। शहर के सभी मंदिरों, मस्जिदों, गुरूद्धारों और चर्चों को सजाया जाएगा। ऐतिहासिक और सरकारी इमारतों को रोशन किया जाएगा। इसके साथ ही चौराहों को रंगोली से सजाया जाएगा। मंदिरों में धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया जाएगा। हर घर भगवा और राम नाम के झंडे लगाए जाएंगे।

राम आएंगे... यादगार होगा दिन
भगवान श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर हर व्यक्ति अपना योगदान देना चाहता है। ऐसे में भोपाल की गर्भवती महिलाएं भी पीछे नहीं हैं। जिनकी डिलीवरी जनवरी महीने में होने वाली है। वो महिलाएं अपने डॉक्टर से परामर्श लेने के लिए क्लीनिक पहुंच रही हैं। गर्भवती महिलाओं का कहना है कि उनकी डिलीवरी 22 जनवरी को कराई जाए। ताकि हमारे घर में भी रामजी का आगमन हो सके। यह लम्हा हमारी संतानों के लिए यादगार बन जाए।


गर्भवती महिलाएं पहुंच रहीं अस्पताल
शहर के सरकारी और निजी अस्पतालों में बड़ी संख्या में गर्भवती महिलाएं पहुंच रही हैं। चिकित्सकों का कहना है कि जिन महिलाओं की डिलीवरी जनवरी लास्ट या फिर जनवरी महीने के बीच में होनी हैं। उनका कहना है कि उनकी डिलीवरी 22 जनवरी को कराई जाए। इस तरह की 20 से 25 से गर्भवती आ चुकी हैं। इसी प्रकार शहर के प्राइवेट अस्पतालों और क्लीनिकों से भी बात सामने आ रही हैं।