मध्य प्रदेश में अब विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है । भारतीय जनता पार्टी एवं कांग्रेस दोनों आमने-सामने है लेकिन रणनीति से लेकर दावों-प्रतिदावों तक दोनों में जमीन आसमान का फर्क दिखाई दे रहा है। भारतीय जनता पार्टी अपनी चौथी लिस्ट 24 घंटे पूर्व जारी कर चुकी है, लेकिन कांग्रेस पार्टी की ओर से एक भी लिस्ट अभी तक जारी नहीं की गई है और इस स्थिति में रणनीति की दृष्टि से कांग्रेस पार्टी पूरी तरह कार्यकर्ताओं से लेकर संभावित प्रत्याशियों के विषय पर खामोश नजर आ रही है । मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के 2 महीने पहले से लेकर पिछले 7 दिनों पूर्व तक जिस तरह कांग्रेस पार्टी द्वारा झूठ का प्रोपेगेंडा फैलाया जा रहा है उसकी भी परत दर परत खुलासा होने के बाद भारी शर्मिंदगी का सामना मध्य प्रदेश के नेताओं से लेकर राष्ट्रीय स्तर के कांग्रेस पार्टी के नेताओं को उठाना पड़ रहा है । वहीं दूसरी ओर झूठे प्रोपेगेंडा को लेकर कांग्रेस पर मुकदमों का दौर जारी है। 

दिग्विजय सिंह का सर्वे वाला झूठ भी बेनकाब

मध्य प्रदेश में पिछले 2 महीने के अंतराल में लगातार कांग्रेस पार्टी द्वारा झूठ का प्रोपेगेंडा फैलाया जा रहा है। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा पिछले दिनों नेशनल न्यूज़ चैनल एबीपी न्यूज़ द्वारा एक सर्वे की पोस्ट सोशल मीडिया से वायरल करने का मामला सामने आया था। इस मामले में संबंधित न्यूज़ चैनल के मध्य प्रदेश के प्रतिनिधि से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक इस मामले को पूरी तरह झूठा एवं फर्जी करार दिया गया था । इस मामले में भारतीय जनता पार्टी द्वारा कानूनी कार्रवाई की जा चुकी है वहीं दूसरी ओर नेशनल न्यूज़ चैनल द्वारा भी एक शिकायत स्थानीय नोएडा दफ्तर के माध्यम से पुलिस प्रशासन को की गई । कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की इस पोस्ट को लेकर एक तरफ जहां सोशल मीडिया में जमकर बेज्जती हुई, वहीं दूसरी ओर मुकदमे का दौर भी प्रारंभ हो गया। परंतु फिर भी कांग्रेस पार्टी ने इस मामले से सबक नहीं लिया और यह दौर लगातार जारी है ।

50% कमीशन का मामला भी पूरी तरह झूठा  

पिछले 2 महीने के अंतराल में कांग्रेस पार्टी द्वारा जिस तरह झूठ का प्रोपेगेंडा भारतीय जनता पार्टी के विरुद्ध फैलाया गया, इसकी शुरूआत लगभग 2 महीने पहले कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी की ग्वालियर में एक चुनावी सभा में हुई थी। कार्यक्रम के अंतर्गत एक पत्र उनके ट्विटर अकाउंट के साथ-साथ भाषण के दौरान दिखाया गया, जिसमें 50% कमिशन मध्य प्रदेश सरकार द्वारा एक ठेकेदार के माध्यम से आरोपित किया गया था । बाद में जब इस मामले की जानकारी भारतीय जनता पार्टी के द्वारा इंटेलिजेंस के माध्यम से सरकार के प्रयास से प्रारंभ हुई तो यह पूरा का पूरा पत्र एवं संबंधित व्यक्ति झूठा एवं भ्रामक निकला । इस मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री का कहना है कि उपरोक्त चिट्ठी भेजने वाला व्यक्ति ही अस्तित्व में नहीं है और 2 महीने पहले राष्ट्रीय स्तर के नेताओं से लेकर प्रदेश के कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा फैलाया गया यह 50% कमीशन का मामला पूरी तरह झूठा निकला ।


कौन बनेगा करोड़पति से संबंधित प्रोपेगेंडा भी झूठा साबित

कांग्रेस पार्टी द्वारा जिस तरह मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर झूठ के साथ-साथ प्रोपेगेंडा की राजनीति की जा रही है, वह थमने का नाम नहीं ले रही है । विगत दिवस के अंतराल में कांग्रेस पार्टी द्वारा एक और मामला राष्ट्रीय चैनल के संबंध में सामने आया, जिसमें कौन बनेगा करोड़पति कार्यक्रम के अंतर्गत एक वीडियो क्लिप कांग्रेस पार्टी द्वारा सोशल मीडिया पर फैलाई गई । उपरोक्त क्लिप में कौन बनेगा करोड़पति के कार्यक्रम से जुड़े राष्ट्रीय अभिनेता अमिताभ बच्चन पार्टिसिपेंट से चर्चा करते हुए जो सवाल पूछ रहे थे, उसे अलग आवाज में रिकॉर्ड करने के साथ कूट रचना के साथ वायरल किया गया । जब इस मामले की जांच संबंधित चैनल एवं न्यूज़ चैनलों ने की तो स्पष्ट हुआ कि संबंधित क्लिप पूरी तरह से फैब्रिकेटेड एवं बनाई हुई है । इस मामले में सोनी चैनल द्वारा भी स्पष्ट कर दिया गया है कि इस तरह की कोई भी सवाल अथवा जवाब ना तो पूछा गया और ना ही इस मामले में कोई हकीकत है । कुल मिलाकर कांग्रेस पार्टी द्वारा लगातार एवं अनवरत अपमानित होने के पश्चात भी लगातार झूठ परोसा जा रहा है । मध्य प्रदेश में एक तरफ जहां कांग्रेस पार्टी भारतीय जनता पार्टी से रणनीति के मामले में हताश दिखाई देती है तो दूसरी और प्रोपेगेंडा का झूठ फार्मूला लगातार एवं अनवरत सामने दिखाई दे रहा है ।।