भोजपुर विधानसभा क्षेत्र में एक माह तक होंगे विभिन्न आयोजन
-----------
भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री पद्म विभूषण स्व सुंदरलाल पटवा के जन्म शताब्दी वर्ष में सोमवार को उनकी जन्म जयंती पर 
विभिन्न आयोजन होंगे। स्व पटवा के पुत्र पूर्व मंत्री भोजपुर विधायक सुरेंद्र पटवा एवं परिजनों की मौजूदगी में भोजेश्वर महादेव का अभिषेक भोजपुर मंदिर में सुबह 6 बजे से प्रारंभ होगा। इसके उपरांत सुल्तानपुर में स्व सुंदरलाल पटवा की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं श्रद्धांजलि सुबह 8.30 से 9 बजे तक संपन्न होगी। औबेदुल्लागंज में शहीद स्मारक का लोकार्पण सुबह 9.30 से 10 बजे तक आयोजित किया गया है। शाम को 4 बजे सुरेंद्र पटवा के निवास बी 3, 74 बंगला दयानंद नगर में श्री सुंदरकांड पाठ एवं भजन संध्या सम्पन्न होगी इसके उपरांत प्रसादी भोज का वितरण होगा।
---------
दिग्गजों का होगा जमावड़ा
मध्यप्रदेश की राजनीति में स्व सुंदरलाल पटवा का विशिष्ट स्थान रहा है। स्व पटवा की जन्मशताब्दी के अवसर पर मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री सहित सरकार के मंत्री, संगठन के नेता और अफसर उन्हें नमन करने पहुंचेंगे। रायसेन, सीहोर, होशंगाबाद सहित आसपास के जिलों से बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता भी उन्हें नमन करने आएंगे। 
---------
1942 से 51 तक राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ता व विस्तारक रहे स्व पटवा
पूर्व मुख्यमंत्री स्व पटवा 1942 से 51 तक राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ता व विस्तारक रहे। सन् 1948 में संघ पर लगे प्रतिबंध के कारण उन्होंने 6 माह की जेल यात्रा भी की। 
1951 से वे जनसंघ के संस्थापक सदस्य व सन् 1980 से भाजपा के संस्थापक सदस्य रहे। मध्यप्रदेश विधानसभा के सदस्य के रूप में 1957 व 1962 में मनासा से 1977 में मंदसौर, 1980 में सीहोर और 1985 से लेकर 1998 तक भोजपुर क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने 20 जनवरी 1980 से 17 फरवरी 1980 तक 28 दिन के लिए फिर सन 1990 से 1992 तक 28 माह के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री का दायित्व संभाला। वे सन् 1997 से 1998 तक छिंदवाड़ा, और 1999 से 2004 होशंगाबाद सांसद रहे। 
सन 1962 से 67 तक स्व श्री पटवा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के मुख्य सचेतक भी रहे। वे नेता 1980 से 85 तक मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे। उन्होंने 1980 से 1985 तक एवं 1986 से 90 तक दो बार प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का  दायित्व भी संभाला।  सन् 1999 से 2001 तक वे अटल सरकार में केन्द्रीय पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री रहे। 
स्व पटवा ने 1984 में 2200 किमी की पदयात्रा जगदलपुर से झाबुआ तक की। वर्ष 1994 में राजगढ़ जिले के ग्रामीण अंचल की पदयात्रा भी स्व श्री पटवा ने की।  28 दिसम्बर 2016 को उन्होंने नश्वर देह त्यागी। 13 अप्रैल 2017 को मरणोपरांत उन्हें पद्मविभूषण से सम्मानित किया गया।