केंद्रीय मंत्री पटेल ने अजय सिंह को भेजा मानहानि नोटिस
भोपाल । बीते दिनों कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा के दौरान नरसिंहपुर में केंद्रीय मंत्री व विधानसभा प्रत्याशी प्रहलाद सिंह पटेल पर पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल ने कोयला घोटाले के आरोप लगाए थे। इस मामले में केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के भाई और नरसिंहपुर विधायक जालम सिंह पटैल ने आरोपों को झूठा बताते अजय सिंह राहुल को 5 करोड़ की मानहानि नोटिस भी भेजा गया है। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद कैलाश सोनी नरसिंहपुर विधायक जालम सिंह पटेल व भाजपा जिलाध्यक्ष इंजी. अभिलाष मिश्रा ने सयुक्त रूप से कहा कि जिस घोटाले की बात अजय सिंह कर रहे थे वह घोटाला कांग्रेस शासन में ही हुआ था। जिसके प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह थे। उन्हें इन घोटालों के सवाल जवाब अपनी पार्टी के नेताओं से करना चाहिए। प्रहलाद सिंह पटेल उस समय की अटल बिहारी बाजपेई जी की सरकार में 2004 तक मंत्री रहे। इस समय किसी भी प्रकार का कोई भी घोटाला भाजपा शासन में नहीं हुआ प्रहलाद सिंह पटेल 2004 से 2014 तक न तो सांसद रहे न मंत्री न ही किसी शासकीय पद पर रहे तो वह किस आधार पर कोयला घोटाले में उनका नाम ले रहे है। कांग्रेस पार्टी का हमेशा से ही भ्रष्टाचार से चोली दामन का साथ रहा है। इनके नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी भी भ्रष्टाचार के मामले में आज भी जमानत पर घूम रहे है। अजय सिंह राहुल का विवादों से पुराना नाता है। उनकी मां के साथ घरेलू हिंसा व प्रापर्टी बेदखली को लेकर विवाद चला था। इनके भाषा व स्वभाव में सामंतशाही झलकती है। उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में हमारी सीधी की सांसद महिला नेत्री रीति पाठक के साथ अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया था। अजय सिंह यह बयान देने से पहले भूल गए थे कि यह मां नर्मदा व भगवान नरसिंह की पावन भूमि है जहां पर आपके पिता जी को भी हराने का कार्य यहां जनता व भाजपा के कार्यकर्ताओं ने किया है। नरसिंहपुर विधायक जालम सिंह पटेल ने बताया कि अजय सिंह द्वारा दिए गए वक्तव्य को लेकर उन्हें 5 करोड़ की मानहानि का नोटिस वकील के माध्यम से दिया गया है। जिसमें अगर वह सात दिवस के अंदर सार्वजनिक माफी या खेद प्रकट नहीं करते है तो उनके खिलाफ जिला न्यायालय नरसिंहपुर व जबलपुर में मानहानि का केस चलाया जाएगा। उन्होंने कांग्रेस नेता लाखन सिंह पटेल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्होंने एक चैनल के इंटरव्यू में अपनी तुलना मोहम्मद गौरी से की है कि जिस प्रकार गौरी ने बार बार भारत पर आक्रमण कर हार नहीं मानी थी उसी प्रकार मैं भी हार नहीं मानूंगा क्या लाखन सिंह सोमनाथ मंदिर पर हुए हमलों व सनातन संस्कृति पर हुए कुठाराघात का समर्थन करते है। उन्होंने अपने इस बयान से पृथ्वीराज चौहान व भारत के वीर सपूतों के अपमान करने का कार्य किया है। क्या लाखन सिंह सनातन संस्कृति या मुगलों की आक्रामक संस्कृति का समर्थन करते है उन्हें इस बात को स्पष्ट करना चाहिए।