विश्व स्तरीय रेलवे स्टेशन कमलापति बना मिसाल
यात्रियों की संख्या में 20 गुना बढ़ोतरी एवं व्यापार में 800 गुना प्रगति, बदलते भारत की नई तस्वीर के रूप में विश्व स्तरीय सुविधाएं देने के मामले में एवं नवीन कल्पना को साकार करने के प्रतिरूप देश का पहला प्राइवेट रेलवे स्टेशन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित रानी कमलापति रेलवे स्टेशन है । इस रेलवे स्टेशन का नाम पहले हबीबगंज रेलवे स्टेशन था जिसे वर्ष 2021 में बदलकर रानी कमलापति रेलवे स्टेशन रख दिया गया । रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का नाम आज वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन के रूप में एवं देश के प्रथम प्राइवेट स्टेशन के रूप में ही स्थापित नहीं हुआ है वरन सुविधाओं से लेकर यात्रियों की संख्या एवं व्यापार के मामले में इस रेलवे स्टेशन ने कम समय में अपने सारे रिकॉर्ड राष्ट्रीय स्तर पर तोड़ दिए हैं एवं सर्वाधिक आय अर्जित करने वाला रेलवे स्टेशन बन गया है ।
IRDC के अनुसार इस रेलवे स्टेशन को प्राइवेट पार्टनरशिप की मदद से इंटरनेशनल स्तर पर डेवलप किया गया है।
वर्ल्ड क्लास शॉपिंग सेंटर
कमलापति रेलवे स्टेशन के विषय में अगर यह कहा जाए कि यह वर्ल्ड क्लास शॉपिंग सेंटर है जो रेलवे स्टेशन पर स्थापित है , तो निश्चित रूप से इस विषय पर कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी । शॉपिंग सेंटर के मामले में पूरी रात्रि यहां पर ऐसा महसूस होता है कि दिन का समय है एवं चहल-पहल से लेकर रौनक लगातार जारी रहती है ।
शॉपिंग सेंटर में आप खरीदारी कर सकते हैं, रेस्तरां जा सकते हैं, पार्किंग आदि में भी शामिल हो सकते हैं। अच्छी बात तो ये है कि यहां महिला यात्रियों के लिए भी अलग से कई सुविधाएं मौजूद हैं। इस स्टेशन पर एनर्जी के लिए सोलर पैनल लगाए हैं, जिससे मिलने वाली ऊर्जा को कई कामों में उपयोग किया जा रहा है। डीआरएम ऑफिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार जो सोलर पैनल यहां पर लगाए गए हैं उससे बिजली प्राप्त होने की सुविधा वर्ष 2022 में प्रारंभ हो गई थी और इसे लगातार प्रयोग में लिया जा रहा है । सोलर विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में भी इसका नाम राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम कहा जा सकता है । वहीं दूसरी और आपातकालीन स्थिति में सावधानी की बात की जाए तो किसी भी तरह की इमरजेंसी में यात्रियों को 4 मिनट में स्टेशन से निकाला जा सके। इससे किसी भी तरह की आपात स्थिति में लोगों की भी जान बचाई जा सकती है।
रेलवे स्टेशन पर व्यापार 800% बड़ा ।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल के अंतर्गत जिस तरह से रेलवे स्टेशनों का विकास अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रारंभ किया गया है उसका जीवंत उदाहरण तो मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कमलापति रेलवे स्टेशन के एक मॉडल के रूप में देखा जा सकता है। इस वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन के विकास से पूर्व अगर व्यापार की स्थिति को देखा जाए तो जब से इस रेलवे स्टेशन का शुभारंभ हुआ है तब से लेकर आज दिनांक तक व्यापार का प्रतिशत 800 गुना पर पहुंचा है । वहीं दूसरी और यात्रियों की संख्या में बात की जाए तो लगभग 20 गुना यात्रियों की संख्या होने के कारण यहां से रेलवे का आवागमन भी राष्ट्रीय स्तर पर तेजी से प्रगति करते हुए दिखाई देता है। जब से इस रेलवे स्टेशन को प्रारंभ किया गया है तब से लेकर इसके विकास के पश्चात कई और कई ट्रेनें, जिसमें वंदे भारत एक्सप्रेस के अलावा सुपरफास्ट ट्रेनों को वर्ष 2022 के पश्चात यहां पर ब्रेक दिया गया है । जिसके कारण यात्रियों की संख्या में 20 गुना प्रगति हुई है । निश्चित रूप से देश के विकास के लिए आवागमन का विकास एवं सड़कों का विकास जिस तरह से आवश्यक है उसी क्रम में विश्व स्तर पर रेलवे का नाम भारत की प्रगति का प्रतीक दिखाई देता है वहीं दूसरी ओर प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित कमलापति रेलवे स्टेशन देश का पहला ऐसा प्राइवेट रेलवे स्टेशन बनकर सामने आया है जिसने संपूर्ण राष्ट्रीय स्तर पर राजधानी भोपाल का नाम रोशन किया है ।।